इस पोस्ट में हम आपको TRP क्या है? (TRP KYA HAI?) इसका full form क्या है और भी ज्यादा इसके बारे में पूरी जानकरी देंगे.
अक्सर आप TRP के बारे में सुनते होंगे, टीवी पर कई शो चलते हैं और वो काफी पोपुलर हो जाते हैं और कहा जाता है की इस शो को काफी अच्छी TRP मिल रही है.
India में टीवी चेनलों की संख्या 200 से भी ऊपर है और हर घर में सभी सदस्यों को अलग-अलग चैनल देखते हैं.
घर के महिलाओं को ज्योदातर टीवी सीरियल देखने में टाइम पास करते हैं, पुरुष ज्यादातर क्रिकेट या न्यूज़ या कोई कॉमेडी शो देखना पसंद करते हैं.
वहीं बच्चों को कार्टून के channel ज्यादा लुभाते हैं और वो cartoon network, humgama जैसे channel में चिपके रहते हैं.
ऐसे में TV channels को कौन सा शो पोपुलर हो रहा इसका पता करने के लिए ही TRP जैसे popularity नापने का एक जरिया बनाया गया है.
यदि आप Khatron ke Khiladi शो का TRP कितना है या और भी टीवी शो जो अलग-अलग channel पर ब्रोडकास्ट होते हैं तो आप TRP Calculator की सहायता से जान सकते हैं.
काफी कम लोगों को पता है है की TRP क्या है और इसको कैसे मापा जाता है किसी channel का TRP मापने के लिए.
इस पोस्ट में हम आपके सारे सवालों का जबाब देंगे जैसे की टीआर पी क्या है? और TRP चेक करने का तरीका क्या है? तो चलिए जानते हैं:
TRP क्या है? (What is TRP)
इसका पूरा नाम टेलीविज़न रेटिंग पॉइंट होता हैं ये एक ऐसा मापने का तरीका होता है जिसके द्वारा पता लगता है की किस channel के किस शो को लोगों ज्यादा देखा रहे हैं.
इसका रेटिंग को जानने के लिए सभी channel के लिए बड़े शहरों में TRP Calculator को कुछ चुने हुए स्थनों पर लगा दिया जाता है.
इस TRP डिवाइस को People Meter कहते हैं ये मीटर हर किसी के घर में नहीं लगाया जाता है इसको लगाने के लिए शहर में एक खास जगह को चुना जाता है.
TRP Full Form क्या है?
टीआर पी (TRP) का फुल फॉर्म Television Ration Point है. इसको People Meter भी कहते हैं जो किसी भी channel के शो को TRP मापने में मदद करता है.
TRP चेक करने का तरीका क्या है?
TRP चेक करने के लिए एक तीन तरीके मौजूद हैं, जिसकी मदद से किसी शो या चैनल का टीआर पी रेटिंग दिया जाता है.
- People Meter: किसी भी टीवी सीरियल (TV Serial) और channel का TRP चेक करने का तरीका ये है की People Meter को शहर के चुनिन्दे घरों पर ये डिवाइस लगाया जाता है.
जो की एक Specific Frequency के द्वारा ये पता लगता है की कौन सा सीरियल या चैनल लोग ज्यादा देख रहे है और इसके बीच कितनी बार AD देख रहे हैं.
ये डिवाइस हर एक मिनट के डेटा को मोनिटरिंग टीम (Indian television Audience Measurement)तक पंहुचा देता हैं.
इस डेटा को मोनिटरिंग करने वाली टीम एनालिसिस करने के बाद तय कराती है की किस channel या सीरियल का TRP का वैल्यू कितना है.
2.Picture Matching: इसके द्वारा अलग-अलग समय पर प्रत्येक जगह पर चल रहे टीवी सेट की स्क्रीन कैप्चर की जाती है.
इसे पता लगाया जाता है की किस टीवी पर कौन सा channel या कार्यक्रम देखा जार रहा है.
एक ख़ास समय में जिस शो से जुड़े सबसे ज्यादा पिक्चर स्क्रीन रिकॉर्ड होते हैं उस शो की TRP सबसे ज्यादा होती है.
3. BAR Code: आधुनिक तकनीक के द्वारा BARC (Broadcast Audience Research Council)
किसी भी शो की विडियो फाइल के साथ कुछ ऑडियो वॉटरमार्क या न दिखने वाला कोड जोड़ देती है.
जिस समय दर्शक टीवी पर कोई शो देख रहा होता है तो वह कोड उसके स्क्रीन पर दिखाई डेटा है तो इसे BARC बार कोड मीटर द्वारा दर्ज कर लिया जाता है.
इस डाटा को समय, प्रोग्राम,भाषा आदि केटेगरी में बांटकर और विश्लेषण करके साप्ताहिक TRP लिस्ट जारी की जाती है.
TRP रेटिंग कौन देता है?
TRP रेटिंग कैलकुलेट करने के लिए इंडिया में दो एजेंसी द्वारकी जाती हैं:
- INTAM (Indian Television Audience Measurement): INTAM ही लोगों के घर पर पीपल मीटर लगाती है और उन मीटर से प्राप्त हुए डाटा के आधार पर टीवी कार्यक्रमों की रेटिंग तय करती है.
2. BARC (Broadcast Audience Research Council): BARC एक प्रमुख भारतीय ब्रॉडकास्ट रिसर्च एजेंसी है जो BAR-O मीटर और Audio Watermark जैसी नई तकनीक का इस्तेमाल करके किसी टीवी प्रोग्राम की पहुँच का पता लगाती है.
3. DART (Doordarshan Audience Research Team): DART भी TRP रेटिंग कैलकुलेट करने का काम करती है. DART मुख्यत: दूरदर्शन के कार्यक्रमों की लोकप्रियता मापने का काम करती है. इससे जुड़े लोग दूर दराज के गाँव तक में कौनसा कार्यक्रम देखा जा रहा है इसकी भी जानकारी इकठ्ठा करते हैं.
TRP से टीवी चैनल पैसे कैसे कमाती है?
हर टीवी चैनल का 80% कमाई विज्ञापन से होती है और ये विज्ञापन हर शो के एक से लेकर पांच मिनट टेक के ब्रेक में दिखये जाते हैं.
ये विज्ञापन वाले किसी चैनल पर अपना विज्ञापन दिखाने के लिए काफी ज्यादा रूपये चैनल वालों को देते हैं.
इस तरह इन चैनल की ज्यादातर इनकम आपको दिखाए जा रहे विज्ञापन से ही होती है. अब आप जानना चाहते होंगे की टीआरपी से विज्ञापन का क्या सम्बन्ध होता है
जिस चैनल कि TRP जितनी ज्यादा होती है वह चैनल अपने शो के बीच में यानी ब्रेक में विज्ञापन दिखाने के लिए विज्ञापन वालों से उतने ही ज्यादा रूपये लेते हैं.
उदाहरण के तौर पर खतरों के खिलाड़ी कि TRP काफी ज्यादा है आपने ध्यान दिया होगा तो आपको पता चलेगा की जब भी बिग बॉस शो में ब्रेक आता है.
उसमें दिखाए जाने वाले विज्ञापन काफी बड़ी कंपनियों के होते हैं. ये बड़ी कंपनिया खुद बिग बॉस में अपने विज्ञापन दिखाने के लिए काफी ज्यादा रूपये चैनल वालों को देती हैं.
इन कंपनीयों की कोशिश यहीं रहती है कि ज्यादा से ज्यादा लोग उनके विज्ञापन को देखें और ज्यादा टीआरपी वाले शो में विज्ञापन दिखाने से उनका ये काम भी पूरा हो जाता है.
इस तरह टीवी चैनल की भी अच्छी खासी इनकम हो जाती है.
हमें उम्मीद है की आपको TRP के बारे में पूरी जानकारी मिल गयी होगी इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप भी जान गए होंगे कि TRP क्या है, channel के टीवी शो के टीआर पी को कैसे मापा जाता है. और कौन सी एजेंसी हैं जो ये रेटिंग देने का काम करती हैं.