भारतीय शेयर बाजार में 22 अक्टूबर को जोरदार गिरावट देखने को मिली, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। सेंसेक्स 930 अंकों की गिरावट के साथ 80,220.72 पर और निफ्टी 309 अंक टूटकर 24,472.10 पर बंद हुआ। इस गिरावट ने बाजार से 8.86 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति साफ कर दी। सभी सेक्टर्स में बिकवाली का दबाव रहा, खासकर सरकारी बैंकों, रियल्टी, और इंडस्ट्रियल शेयरों में। लगातार कमजोर तिमाही नतीजे और विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली ने बाजार में घबराहट बढ़ा दी है।

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बाजार की मौजूदा स्थिति: सेंसेक्स और निफ्टी ने लगाए गोते
मंगलवार, 22 अक्टूबर को भारतीय शेयर बाजार में जोरदार गिरावट देखने को मिली।
सेंसेक्स: 930 अंकों की गिरावट के साथ 80,220.72 पर बंद हुआ।
निफ्टी: 309 अंकों की गिरावट के साथ 24,472.10 के स्तर पर पहुंचा।
इस गिरावट ने 8.86 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति को बाजार से साफ कर दिया, जिससे निवेशक हैरान और परेशान हो गए।
मिडकैप और स्मॉलकैप में गिरावट
मिडकैप इंडेक्स: 1.37% गिरकर बंद
स्मॉलकैप इंडेक्स: 2.52% टूटकर बंद
सभी सेक्टोरल इंडेक्स भी लाल निशान में बंद हुए। खासकर सरकारी बैंक, रियल्टी, और इंडस्ट्रियल शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली देखने को मिली।
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गिरावट के 4 मुख्य कारण
वैल्यूएशन की बढ़ती चिंता
फंड मैनेजर्स अब महंगे शेयरों से दूरी बना रहे हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों को अधिक महंगा माना जा रहा है।
बाजार में अब निवेशकों ने अपने फंड होल्ड करना शुरू कर दिया है, जिससे बिकवाली का दबाव और बढ़ गया है।
विदेशी निवेशकों की रिकॉर्ड बिकवाली (FIIs)
अक्टूबर में विदेशी निवेशकों (FIIs) ने 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली की है, जो अब तक की सबसे बड़ी मासिक बिकवाली मानी जा रही है।
बाजार में अब तक बिकवाली रुकने के संकेत नहीं दिख रहे हैं, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ी है।
रिटेल और HNI निवेशकों की घबराहट
बाजार की लगातार गिरावट ने रिटेल और HNI निवेशकों को घबराने पर मजबूर कर दिया है।
पहले बाजार जल्दी रिकवर कर जाता था, लेकिन इस बार सितंबर से शुरू हुई गिरावट 22 अक्टूबर तक जारी है, जिससे निवेशकों का सेन्टिमेंट कमजोर हुआ है।
कमजोर तिमाही नतीजे
सितंबर तिमाही के नतीजों ने बाजार को निराश किया है। ज्यादातर कंपनियों के नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे, जिससे शेयरों की डाउनग्रेडिंग हुई और बिकवाली तेज हो गई।
हालांकि कुछ कंपनियों जैसे सिटी यूनियन बैंक ने अच्छे नतीजे पेश किए, जिससे उनमें मजबूती देखने को मिली।
क्या करना चाहिए निवेशकों को?
ऐसे समय में निवेशकों को सावधानी से आगे बढ़ना चाहिए। बाजार में निवेश जोखिम से भरा होता है, इसलिए एक्सपर्ट से सलाह लेकर ही निवेश करें।
⚠️ डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। निवेश के फैसले लेने से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।