कंपनियों का तिमाही नतीजों का सत्र शुरू हो गया है, और इस बार शेयर बाजारों की दिशा कई बड़ी कंपनियों के नतीजों, वैश्विक रुख, और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों से निर्धारित होगी। इस लेख में, हम विश्लेषकों की राय और विभिन्न कारकों का विश्लेषण करेंगे, जो इस सप्ताह बाजार की दिशा निर्धारित करेंगे।
शेयर बाजारों की दिशा
वैश्विक रुख का प्रभाव
विश्लेषकों का मानना है कि इस सप्ताह बाजार की दिशा में वैश्विक रुख महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। चीन के जीडीपी और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भी बाजार पर प्रभाव डाल सकते हैं।
विदेशी निवेशकों की गतिविधियाँ
विदेशी निवेशकों की गतिविधियों का बाजार पर सीधा असर होता है। उनके निवेश के रुझान से बाजार की दिशा तय होती है।
बड़ी कंपनियों के नतीजे
इन्फोसिस के नतीजे
इन्फोसिस के नतीजे इस सप्ताह घोषित किए जाएंगे, और इसके नतीजों का बाजार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के नतीजे
रिलायंस इंडस्ट्रीज के नतीजों की भी घोषणा इसी सप्ताह होगी, और इसके नतीजे भी बाजार की दिशा तय करेंगे।
अन्य प्रमुख कंपनियों के नतीजे
एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस
एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के नतीजे भी इसी सप्ताह आने हैं, और इसका बाजार पर असर होगा।
बजाज ऑटो
बजाज ऑटो के नतीजे भी महत्वपूर्ण रहेंगे, खासकर ऑटोमोबाइल सेक्टर के निवेशकों के लिए।
बीपीसीएल
बीपीसीएल के नतीजे भी इस सप्ताह घोषित किए जाएंगे, और इनके नतीजों का तेल एवं गैस सेक्टर पर असर होगा।
जेएसडब्ल्यू स्टील
जेएसडब्ल्यू स्टील के नतीजे इस सप्ताह आने वाले हैं, और इनका प्रभाव स्टील एवं मेटल सेक्टर पर होगा।
एशियन पेंट्स
एशियन पेंट्स के नतीजे भी महत्वपूर्ण रहेंगे, और इनका प्रभाव पेंट एवं कोटिंग इंडस्ट्री पर होगा।
वैश्विक आर्थिक आंकड़े
चीन के जीडीपी और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े
चीन के जीडीपी और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े इस सप्ताह घोषित किए जाएंगे, और इनका वैश्विक बाजार पर असर होगा।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन का संबोधन
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन का संबोधन भी महत्वपूर्ण रहेगा, खासकर अमेरिकी बाजार के निवेशकों के लिए।
अमेरिका के खुदरा बिक्री के आंकड़े
अमेरिका के खुदरा बिक्री के आंकड़े भी इस सप्ताह जारी होंगे, और इनके आंकड़ों का प्रभाव भी वैश्विक बाजार पर पड़ेगा।
जापान के वृहद आर्थिक आंकड़े
जापान के वृहद आर्थिक आंकड़े भी इस सप्ताह घोषित किए जाएंगे, और इनका प्रभाव भी बाजार पर रहेगा।
मुद्रास्फीति और उसका प्रभाव
जून के थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति
जून के थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को आएंगे, और इनसे भी बाजार की धारणा पर असर पड़ेगा।
खाद्य पदार्थों की महंगाई
खाद्य पदार्थों की महंगाई के चलते जून में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर चार महीने के उच्चस्तर पर पहुंच गई है।
आईटी सेवा कंपनियों के नतीजे
एचसीएल टेक
एचसीएल टेक का जून तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 20.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4,257 करोड़ रुपये रहा है।
एलटीआईमाइंडट्री
एलटीआईमाइंडट्री के नतीजे भी महत्वपूर्ण रहेंगे, खासकर आईटी सेक्टर के निवेशकों के लिए।
विप्रो
विप्रो के नतीजे भी इसी सप्ताह घोषित किए जाएंगे, और इनका प्रभाव आईटी सेक्टर पर रहेगा।
शेयर बाजारों का प्रदर्शन
बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी
बीते सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 522.74 अंक या 0.65 प्रतिशत चढ़ गया, जबकि निफ्टी 178.3 अंक या 0.73 प्रतिशत के लाभ में रहा।
साप्ताहिक प्रदर्शन
बीते सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 622 अंक या 0.78 प्रतिशत उछलकर 80,519.34 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 186.20 अंक या 0.77 प्रतिशत चढ़कर 24,502.15 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।
निवेशकों के लिए सुझाव
निवेशकों को इस सप्ताह सतर्क रहना चाहिए, खासकर बड़ी कंपनियों के नतीजों और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव रहने की संभावना है।
निष्कर्ष:
इस सप्ताह शेयर बाजार की दिशा बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों, वैश्विक रुख, और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों से निर्धारित होगी। निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और बाजार के रुझानों पर ध्यान देना चाहिए।