विश्व बाजार में सोने की कीमतों में तेजी एक महत्वपूर्ण आर्थिक घटना है इसकी कई कारण हो सकते हैं. इसलिए की में हम सोने में तेजी के 10 प्रमुख कर्म का विस्तार से चर्चा करेंगे.
भू राजनीतिक तनाव
विश्व में जब भी बुराई रहती अस्तित्व होती है निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख करते हैं. सोना एक सुरक्षित माना जाने वाला निवेश है इसलिए इसमें तेजी आती है.
वैश्विक आर्थिक मंदी
आर्थिक मंदी के दौरान निवेदक धन की सुरक्षित निवेश विकल्पों में मेला प्रयास करते हैं. सोना इस प्रवृत्ति का प्रत्यक्ष लाभार्थी होता है.
केंद्रीय बैंकों ने बढ़ाया अपना गोल्ड भंडार
कई केंद्रीय बैंक सोने की खरीद करके अपने रिजर्व को बढ़ाते हैं जिससे इसकी वैश्विक मांग में वृद्धि होती है.
महंगाई
महंगाई के दौरान सोने की कराई शक्ति को बरकरार रखने में सक्षम होता है जिससे यह एक आकर्षक निवेश विकल्प बन जाता है.
फेडरल रिजर्व दर में कटौती की उम्मीद
जब फेडरल रिजर्व दर में कटौती करता है तो डॉलर कमजोर होता है और सोना महंगा होता है क्योंकि यह डॉलर के विरुद्ध अपने मूल्य स्थितता को प्रदर्शित करता है.
फिजिकल गोल की बड़ी खरीदारी
निवेशकों द्वारा सीधे फिजिकल सोना करने की बढ़ती मांग भी सोने की कीमतों को प्रभावित करती है.
ETF से बड़ी डिमांड
सोने में निवेश करने वाले एक्सचेंज ट्रेडड फंड्स (ETF) में निवेशकों की रुचि बढ़ाने से भी सोने की कीमतों में उछाल आता है.
2016 से गोल्ड माइनिंग उत्पादन में कोई बदलाव नहीं
सोने के उत्पादन में सीता या कमी का भी इसकी कीमतों पर प्रभाव पड़ता है. यदि उत्पादन स्थित रहता है और मांग बढ़ती है तो कीमतें बढ़ेगी.
डी-डॉलराइजेशन
कई देश अपने विदेशी मुद्रा भंडार में डॉलर को हटाकर सोने के लिए कर रहे हैं इस सोने की कीमतें बढ़ रही है.
पेंशन फंड खरीद सकते हैं सोना
WGC विश्व सोना परिषद के अनुसार पेंशन फंड भी सोना खरीद रहे हैं इसे इसकी मांग में वृद्धि हो रही है.
इन सभी कर्म के चलते सोने की कीमतों में वृद्धि हो रही है और यह विश्व बाजार में एक मजबूत निवेश विकल्प के रूप में उभर रहा है. निवेशकों के लिए यह जानना आवश्यक है कि किन किन कारणों के चलती अपने निवेश कर रहे हैं.