भारत में इलेक्ट्रॉनिक धन हस्तांतरण के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का बुनियादी ढांचा है. यह बैंकों को वित्तीय संस्थानों को ग्राहकों के खातों से सीधे पैसा जमा करने या डेबिट करने की सुविधा देता है, जिससे आवर्ती भुगतान जैसे की ईएमआई उपयोगिता बिल बीमा प्रीमियम आदि को स्वचालित करने का आसान हो जाता है.
NACH मैंडेट शुल्क हुए शुल्क है जो बैंक और NPCI (National Payments Corporation of India) NACH लेनदेन के लिए लगाते हैं. ये शुल्क दो प्रकार के होते हैं:
प्रसंस्करण शुल्क: यह शुल्क प्रत्येक सफल NACH लेनदेन के लिए लिया जाता है. यह शुल्क बैंक द्वारा लिया जाता है और यह आमतौर पर 0.20रूपये से 1.50 रूपये तक होता है.
रिटर्न शुल्क: यदि कोई NACH लेनदेन सफल हो जाता है तो बैंक एक रिटर्न शुल्क लेता है. यह शुल्क 100 रूपये से 250 रूपये आमतौर पर तक होता है.
NACH मैंडेट शुल्क विभिन्न बैंकों में भिन्न हो सकते हैं. यह जानने के लिए कि आपके बैंक में NACH मैंडेट शुल्क क्या है, आप अपने बैंक की वेबसाइट या ग्राहक सेवा से संपर्क कर सकते हैं.
NACH मैंडेट शुल्क से बचने के लिए, आप निम्नलिखित कर सकते हैं:
- अपने बैंक से कम शुल्क वाले विकल्प के बारे में पूछे.
- अपने भुगतान को स्वचालित करने के लिए अन्य तरीकों का उपयोग करें, जैसे कि ऑनलाइन बैंकिंग या यूपीआई.
- केवल तभी मैं NACH मैंडेट का उपयोग करें जब आपको इसकी आवश्यकता हो.
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण रहेगी NACH मैंडेट शुल्क एक छोटी राशि है. NACH मैंडेट का उपयोग करने से आपको समय और सुविधा की बचत हो सकती है. खासकर यदि आपको नियमित रूप से आवर्ती भुगतान करने होते हैं.
यहां पर कुछ अतिरिक्त जानकारी दी गई है जो आप योगी हो सकते हैं:
NACH मैंडेट के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप NPCI की वेबसाइट पर जा सकते हैं:
आप अपने बैंक की वेबसाइट या ग्राहक सेवा से संपर्क करके अपने बैंक में NACH मैंडेट के लिए पंजीकृत कर सकते हैं.
उम्मीद है कि यह जानकारी उपयोगी साबित होगी यदि आपको कोई प्रश्न है तो कृपया पूछने में संकोच ना करें.