मेरा जन्मदिन कब है? आप में से काफी सारे लोग google को हमेशा पूछते रहते हैं की आपका जन्मदिन कब है?
हम आपको बताते हैं की आपका जन्मदिन कब है ज्यादातर लोगों का जन्म दिन 1 जनवरी को आता है.
अब आपको बताते हैं की ऐसे कैसे होता है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि काफी सारे लोगों को अपने जन्मदिन का पता नहीं होता है.
मेरा जन्मदिन कब है कैसे जाने? Mera Janamdin Kab Hai?
When is my birthday आपका जन्मदिन कब है? आपका सही जन्मदिन कब है?
ऐसे में वो सारे लोग अपने डॉक्यूमेंट जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड या फिर वोटर आईडी में अपना जन्मदिन 1 जनवरी को डाल लेते हैं.
साथ ही इसी दिन को अपना जन्मदिन मानते हैं और लोगों को भी यही जन्म तिथि बताते हैं.
अब जानते हैं की मेरा जन्मदिन कब होता है अपनी जन्म तिथि की बात करें तो ये 6 जुलाई हो आता है जो की हमारे जाने माने क्रिकेट प्लेयर महेंद्र सिंह धोनी के जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले आता है.
इसी तरह से सब का जन्मदिन अलग-अलग तिथि को होता है और बता दें की आपका जन्मदिन google को कैसे पता रहेगा आप अपने मम्मी पापा से पूछिये मेरा जन्मदिन कब है?
आपका सही जन्मदिन कब है?
अब यहाँ पर काम की बात करते हैं और जानते हैं की आपका सही जन्मदिन कब है? सही माइने में आपका जन्मदिन की गणना कैसे करनी चाहिए उसका सारे प्रोसेस हम बताएँगे.
क्या आपको लगता है की आप जो जन्मदिन मानते हैं वो आप सही समय पर मानते हैं? क्या आपको अपने जन्मदिन का सही मतलब पता है.
आपके जन्मदिन की गणना पश्चिमी सभ्यता में कैसे होती है और हमारे भारतीय वैदिक संस्कृति में इसकी गणना कैसे होती है इसकी जानकारी देंगे.
जन्मदिन का अर्थ
हमारे जन्मदिन का मतलब वो दिन या तिथि होता है जिस दिन हमारे जनम हुआ था ये हर साल आता है.
जैसे मेरा जन्मदिन 6 जुलाई को है तो ये हर अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार हर साल आएगा.
ये 6 जुलाई जो तारीख है वो अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार है जिसमें पुरे साल को 365 दिन में बांटा गया है और ये लगभग में है क्योंकि 6 घंटे ज्यादा होता है.
हमारी पृथ्वी 365 दिन और 6 घंटे में पुरे सूर्य का चक्कर लगा लेती है तो उसी को 365 दिन में बांटा गया है.
और जो 6 घंटे एक्स्ट्रा होते हैं उसको 4 साल में जोड़कर 366 कर देंते है जो की लीप वर्ष कहलाता है.
ऊपर जो हमने बताया वो अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार ऐसी गणना करने की प्रथा चली आ रही है.
हिन्दू केलेंडर के अनुसार आपका जन्मदिन कब होता है
जन्मदिन या जनम समय आपका वो समय है जिस समय हम धरती पर आये थे अब आप समय को कैसे परिभाषित करेंगे समय को परिभाषित करने के बहुत सारे तरीके हैं.
इसमें से जो वैदिक तरीका है वो तर्क संगत लगता है ज्योतिष में माना जाता है की सूर्य पिता का कारक है और चंद्रमा माता का कारक है.
आपको पता ही होगा की धरती सूर्य के चारों और चक्कर लगाती है और चंद्रमा धरती के चारों और चक्कर लगाती है ये एक चक्कर 1 वर्ष में पूरा कर लेता है.
अब धरती को एक चक्कर लगाने में 360 डिग्री का दुरी तय करना पड़ता है 360 डिग्री का यात्रा 1 साल में करती है तो इसका अर्थ ये हुआ की किसी भी समय या किसी भी क्षण सूर्य और चन्द्रमा एक विशेष डिग्री पर होंगे और वो डिग्री धीरे-धीरे चेंज हो जाएगी मान लीजिये 6 जुलाई सूर्य और चंद्रमा एक विशेष डिग्री पर थे फिर वो डिग्री चेंज होती रहेगी और पुरे एक वर्ष के बाद एक दम उसी डिग्री पर आ जाएगी.
आपको बता दे उसी समय या उसी दिन को हमारा जन्म दिन या जन्म समय होता है.
क्योंकि अंग्रेजी कैलेंडर में दिनों का approximation किया हुआ है तो वो एक ही दिन हर साल आएगा जैसे मेरा 6 जुलाई है तो वो हर साल आएगा.
आपको बता दें हिन्दी केलेंडर ऐसा नहीं होता है जन्म तिथि की गणना कैसे होती उसे समझने के लिए तिथि प्रवेश को समझना होगा.
तिथि प्रवेश क्या है पूरी जानकारी
तिथि प्रवेश यानि सूर्य और चन्दमा आपके जन्म के स्थान पर बिलकुल उसी डिग्री पर हो जिस डिग्री पर वे आपके जन्म के समय आपके जन्म के स्थान पर थे.
सूर्य और चंद्रमा में 0 से 360 डिग्री का सम्बन्ध हो सकता है और इसी से एक महीने की 30 तिथि बनती है और वही तिथि जिसको हमारा जन्म हुआ था उसी तिथि को हर साल हमारा जन्मदिन होता है.
आपका सही जन्मदिन होता है आपका तिथि प्रवेश
उदाहरण से इसको समझते हैं:
Date: February 24, 1983
Time: 10:00:04
Time Zone: 5:30:00 (East of GMT)
Place: 77 E 19’ 00’’, 28 N 26’ 00’’ Faridabad, India
Lunar Month: माघ
Tithi: शुक्ल द्वादशी (Me) (70.22% left)
Vedic Weekday: Thursday(Tu)
अब देखिये अगले साल उनका जन्मदिन कब आया
Date: February 14, 1984
Time: 1:39:12
Time Zone: 5:30:00 (East of GMT)
Place: 77 E 19’ 00’’, 28 N 26’ 00’’ Faridabad, India
Lunar Month: माघ
Tithi: शुक्ल द्वादशी (Me) (70.22% left)
Vedic Weekday: Monday(Mo)
आपको ये गणना अजीब लग सकती है आप सोंचेंगे की हर साल हमारा जन्मदिन अलग-अलग तिथि को मनाएंगे, इसका जबाब है हाँ अगर आपका जन्मदिन और आपके बच्चों का जन्मदिन सही समय पर मनाना है तो हिन्दी कैलेंडर के अनुसार डेट अलग-अलग ही आएगी. हिन्दू कैलेंडर से आप अपना जन्मदिन मनाएंगे तो आप सही दिन आएगा वो चेंज नहीं होगा.
आपको तारीख में फोकस न करके आपके जन्मदिन के पल और क्षण को ध्यान में रख कर अपना जन्मदिन मनाना चाहिए. जन्मदिन के इसी पल या क्षण को गणना करने की विद्या को तिथि प्रवेश चार्ट भी कहते हैं.
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मेरा जन्मदिन कब है? यह जानकारी बहुत ही रोचक पूर्ण लगी एवं उपयोगी लगी, वास्तव में इस जानकारी को पढ़कर हम जन्मदिन की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं|