Koyal Bird in Hindi

Koyal Bird in Hindi

Koyal Bird in Hindi

Koyal Bird यानि की कोयल पक्षी की आवाज बहुत ही सुरीली और मिठास से भरी होती है. इसकी आवाज हर किसी को प्यारी लगती है.

आपको बता दे कोयल बहुत चालक पक्षी है ये दूसरों के घोंसले में आपना अंडा देती है और दुसरे पक्षी उसका अंडा सेती है.

यही नहीं कोयल के बच्चे भी पैदाईसी चालक होते हैं वो जब अंडें से निकल जाते हैं साथ ही उस घोंसलें के दुसरे पक्षी के बच्चे भी निकल जाते हैं.

कुछ दिन के बाद कोयल पक्षी (Koyal Bird) के बच्चे दुसरे बच्चों को एक एक करके घोंसलें से गिरा कर मार डालते हैं.

इसके बाद कोयल के बच्चे अकेले ही खा कर बड़े होते रहते हैं इस तरह से उस घोसले की माँ को थोड़ी सी भी भनक नहीं लग पाती है.

Koyal Bird का आकार

कोयल की बोली जितनी प्यारी है उतनी सुन्दर इसका रंग नहीं होता है नर और मादा कोयल के आकार में अंतर होता है.

नर कोयल पक्षी का रंग गहरा काला होता है, इसकी आखें लाल होती है साथ ही गले में रोये जैसे पंख होते हैं.

नर कोयल की आवाज मादा कोयल की आवाज से ज्यादा मीठी होती है जिसे हर कोई सुनना पसंद करता है.

दुनिया की सबसे छोटी कोयल जिसको Little Bronze Cuckoo कहा जाता है उसकी लम्बाई केवल 6 इंच और वजन लगभग 17 ग्राम होता है.

दुनिया की सबसे बड़ी कोयल पक्षी का नाम Channel Billed Cuckoo है इसकी लम्बाई 25 इंच और वजन 630 ग्राम है.

Koyal Bird कहाँ रहता है

कोयल ज्यादातर भारत में ही पाया जाता है, ये दुनिया के अन्य देशों में भी मिलता है. यह हर बर्ष बसंत ऋतू में दिखाई देता है और बाकि के समय में या बिलकुल गायब हो जाता है.

आपको बता दे कोयल कभी भी जमीन पर नहीं उतरती है, यह हमेशा पेड़ों पर ही फुदकती रहती है.

कोयल अंटार्कटिका को छोड़कर विश्व के सभी स्थानों पर पाया जाने वाला पक्षी है.परंतु अलग अलग स्थानों पर इनकी प्रजातियों में विभिन्नता देखी गई है.

कोयल का रहने का स्थान जंगल है, कभी कभार ये गाँव के बगीचों में आकर अपने मधुर आवाज से कुहकती है.

Koyal Bird की आवाज

कोयल पक्षी की बोली सारे पक्षियों से ज्यादा मीठी होती है आपको बता दें की सर्फ नर कोयल ही कुहू… कुहू…. की मीठी आवाज निकलता है.

आपको बता दें की कोयल पक्षी की आवाज निकलने वाली एक घड़ी है जिसे Cuckoo Clock कहा जाता है इस घड़ी का अविष्कार सन 1730 में ‘Franz Anton Ketterer’ द्वारा किया गया था.

Koyal Bird के कितने नाम है

कोयल लगभग 120 प्रकार के होते हैं और इसे दुनिया के अलग-अलग देशों में कोयल को विभिन्न नामों से लोग बुलाते हैं.

वो इस प्रकार से है फ्रांस में Coucou, हॉलैंड में Koekoek, जर्मनी में Kuckuk, रूस में Kukush-ka, जापानKak-ko और भारत में Koel या Koyal कहा जाता है.

Koyal Bird भोजन क्या है

कोयल पक्षी का खद्यपदार्थ छोटे मोटे कीड़े मकोड़े है इनमें कीड़े, सुंडी, झींगे और चीटियाँ आदि ज्यादा खाने में पसंद करती है.

Koyal Bird का स्वभाव

कौवे और कोयल में बड़ी दुश्मनी होती है .कोयल कौवे को बड़ी आसानी से धोखा देती है . चैत – बैशाख में यह अंडे देती है.

यह कौवे की अनुपथिति में उसी के घोसले में अंडा देती है और बच्चे कौवे के अंडे और बच्चों से मिलते – जुलते होते हैं.

इसीलिए यह कौवे से ही उनका पालन -पोषण करवाती है .बच्चे जब बड़े होते हैं ,तब कौवे के घोसले से उड़कर चले जाते हैं . बसंत ऋतू और आम के पेड़ या बाग़ इसे अधिक प्रिय है यह एक ही डाली पर देर तक नहीं बैठती है.