देश के शीर्ष निजी बैंक HDFC Bank की सहायक इकाई, HDB फाइनेंशियल सर्विसेज, जल्द ही अपने प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) की शुरुआत करने जा रही है। HDFC बैंक के निदेशक मंडल ने इस सहायक कंपनी से संबंधित कुल 12,500 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की स्वीकृति प्रदान की है, जिसमें 10,000 करोड़ रुपये का ओफर फॉर सेल (OFS) और 2,500 करोड़ रुपये का ताजा निर्गम शामिल है।
IPO की संरचना और महत्वपूर्ण बिंदु
HDFC बैंक ने शेयर बाजार को सूचित किया कि इस प्रस्ताव के तहत, 10 रुपये के अंकित मूल्य वाले इक्विटी शेयरों की पेशकश की जाएगी, जिनकी कुल कीमत 12,500 करोड़ रुपये तक होगी। इस बिक्री का एक हिस्सा ओएफएस के माध्यम से आएगा, जबकि शेष पूंजी नए शेयरों के निर्गम से जुटाई जाएगी।
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HDFC बैंक की हिस्सेदारी
HDFC बैंक वर्तमान में HDB फाइनेंशियल सर्विसेज में 94.64% की हिस्सेदारी रखता है, और आईपीओ के बाद भी यह कंपनी उसकी सहायक इकाई बनी रहेगी। एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज एक प्रमुख गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है, जो लेंडिंग और बीपीओ जैसे दो प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, इसके 27 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में 1,680 से अधिक शाखाएं कार्यरत हैं।
शेयर बाजार में HDFC का प्रदर्शन
शुक्रवार को समाप्त हुए कारोबारी सप्ताह में HDFC Bank के शेयर में 7 रुपये से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई, और यह 1,681.15 रुपये पर बंद हुआ। दिन के दौरान, शेयर ने 1,691 रुपये का उच्चतम स्तर और 1,654 रुपये का न्यूनतम स्तर छुआ। बैंक के शेयर का 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर 1,791.90 रुपये और न्यूनतम स्तर 1,363.45 रुपये रहा है। वर्तमान में HDFC बैंक का कुल मार्केट कैप 12,82,848.30 करोड़ रुपये पर है।