अगर आप अपनी सैलरी में 7 अलाउंस शामिल करा लें तो आपको टैक्स बचाने के लिए किसी निवेश की जरुरत नहीं पड़ेगी. इन अलाउंस पर टैक्स नहीं लगता है. आइए जानते हैं इनके बारे में:
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ट्रेवलिंग या कन्वेंस अलाउंस (Travel Allowance)
ट्रांसपोर्ट भत्ता क्या ट्रैवलिंग एलाउंस या कन्वेंस अलाउंस आपके ऑफिस और घर के बीच आने जाने का खर्च कर करता है. अगर आपकी सैलरी में या अलाउंस नहीं है तो इसे तुरंत शामिल करवाएं.
फूड कूपन या एंटरटेनमेंट अलाउंस (Entertainment Allowance)
फूड कूपों या मेल वाउचर या सोडेक्सो कूपन या एंटरटेनमेंट अलाउंस से भी आपका टैक्स बचत है. कई कंपनियां हर महीने करीब ₹2000 का एंटरटेनमेंट एलाउंस देती है. जो टैक्स फ्री होता है.
कार मेंटेनेंस अनाउंस (Car Maintenance Allowance)
कई ऐसी भी कंपनियां होती हैं जो अपने कर्मचारियों को कर मेंटेनेंस अनाउंस देती है. इस अलाउंस के तहत कर्मचारियों को कार के मेंटेनेंस डीजल-पेट्रोल का खर्च और ड्राइवर की सैलरी तक दी जाती है.
मोबाइल फोन या इंटरनेट अलाउंस (Mobile Phone or Internet Allowance)
इस अलाउंस के तहत आपके मोबाइल फोन और इंटरनेट के बिल का रीइंबर्समेंट हो जाता है. यानी इसमें आपका जितना भी खर्च हुआ है उसे एक तैसी मा तक कंपनी बिना कोई टैक्स कटे आपको दे देती है.
यूनिफॉर्म अलाउंस (Uniform Allowance)
यूनिफॉर्म अलाउंस का अर्थ है वह वित्तीय वार्ता जो कर्मचारी को उनके यूनिफॉर्म की खरीद या रखरखाव के लिए दिया जाता है. यह बात कई संस्थानों में नियमित रूप से दिया जाता है और कभी-कभी यह कर्मचारी की वेतन पैकेज का हिस्सा भी होता है.
मेडिकल अलाउंस (Medical Allowance)
कुछ कंपनियां अपने कर्मचारियों को मेडिकल अलाउंस भी देती है. इसके तहत कर्मचारी अपने या अपने परिवार के मेडिकल खर्चों को रीइंबर्स कर सकता है. सैलरी में यह अलाउंस शामिल नहीं है तो करवा ले.
न्यूज़पेपर मैगज़ीन बुक्स अलाउंस (Newspaper, Magazine, Book Allowance)
ऐसी कई नौकरियां होती है जिसमें न्यूज़ पेपर मैगजीन या किताबें पढ़ने की जरूरत होती है. ऐसी कंपनियां एकटे सीमा तक अलाउंस मुहैया कराती हैं. आप भी इसे सैलरी में शामिल करवाएं.