भारतीय सेवा ने अपनी तोपखाने की शक्ति को और मजबूत करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. आपको बता दें कि शुक्रवार को सेना ने भारतीय कंपनियों से 400 होवित्जर तोपें खरीदने के लिए एक बड़ा टेंडर जारी किया है. यह टेंडर 6500 करोड रुपए का है और इसका मुख्य उद्देश्य मेक इन इंडिया पहल को और आगे बढ़ाना है. इस पहल के तहत सेना देश में ही निर्मित हथियार प्रणालियों पर विशेष जोर दे रही है.
बाय इंडिया IDDM कैटेगरी में 400 होवित्जर तोपों की खरीद
सेना अपनी आर्टिलरी रेजिमेंट के लिए 155mm/52 कैलिबर की टोड गन सिस्टम की खरीद के लिए बाय इंडिया IDDM कैटेगरी के तहत एक टेंडर जारी किया है. इस टेंडर में भारत फोर्स लार्सन एंड टूब्रो, अदानी और आयुध निर्माण बोर्ड जैसे प्रमुख भारतीय कंपनियों को शामिल किया गया है. यह कदम भविष्य की तकनीकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.
सीमा सुरक्षा के लिए अत्यधिक तकनीक की तलाश
भारतीय सेवा ने पहले भी 307 हाईटेक टोड आर्टिलरी गन सिस्टम की खरीद के लिए एक टेंडर जारी किया था. इसके साथ ही सेना ने चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर अपनी रक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक माउंटेड गन सिस्टम की भी तलाश शुरू कर दी है. नए टेंडर के अंतर्गत सेना इंडियन डिजाइन डेवलप्ड एंड मैन्युफैक्चर्ड तोपों की खरीद करना चाहती है, जो पूरी तरह से इंडिया में डिजाइन विकसित और निर्मित होगी.
पुरानी वह बोफोर्स तोपों की तुलना में हल्की और आधुनिक
सेवा की यह नई तोपें पुरानी वह बोफोर्स तोपों से हल्की होगी जिससे उन्हें ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात करना आसान होगा. इन तोपों की खरीद का उद्देश्य सेना को नई और अत्याधुनिक तकनीक से लैस करना है, ताकि वह भविष्य की चुनौतियों का सामना बेहतर तरीके से कर सके.